Wednesday, 13 May 2015

साहिल पे खड़े हो तुम्हे क्या गम, चले जाना

साहिल पे खड़े हो तुम्हे क्या गम, चले जाना
मैं डूब रहा हूँ ,अभी डूबा तो नहीं हूँ
हर ज़ुल्म तेरा याद है ,भुला तो नहीं हूँ
ए वादा फरामोश ,मैं तुझ सा तो नहीं हूँ

चुप-चाप सही , मस्लेहतन, वख्त के हाथो
मजबूर सही , वख्त से हारा तो नहीं हूँ
ए वादा फरामोश ,मैं तुझ सा तो नहीं हूँ

मुस्तर क्यू मुझे , देखता रहता है, ज़माना
दीवाना सही ,उनका तमाशा तो नहीं हूँ
ए वादा फरामोश ,मैं तुझ सा तो नहीं हूँ

हर ज़ुल्म तेरा याद है ,भुला तो नहीं हूँ
ए वादा फरामोश ,मैं तुझ सा तो नहीं हूँ


शब्द : आफताब  मुज़्तर
गायक : सज्जाद अली

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