प्रेम रंग छूटे न छुटे ,
मेरा हर दिन होली रे ....
तुम राधा , में श्याम रे
रंग हरा न डालो राधे
प्रेम का रंग गुलावी रे
अबके बरस तुम दूर हो राधे
तुम बिन होली बिरहन लागे
रंग लगे मोहे बैरी से
करो तुम वादा अगले बरस का
राधे तुम बिन हर होली सुनी रे
प्रेम रंग छूटे न छुटे ,
मेरा हर दिन होली रे ....
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