Thursday, 30 March 2017

माना की हम यार नहीं/Mana ki ham yar nahi /parinati chopra/lyrics


माना की हम यार नहीं
लो तय है के प्यार नहीं
फिर भी नज़रें ना तुम मिलाना
दिल का ऐतबार नहीं
माना के हम यार नहीं

रास्ते में जो मिलो तो
हाथ मिला ने रुक जाना
हो ओ.. साथ में कोई हो तुम्हारे
दूर से ही तुम मुस्काना
लेकिन मुस्कान हो ऐसी
के जिसमे इकरार नहीं
नज़रों से ना करना तुम बयां
वो जिसे इनकार नहीं
माना के हम यार नहीं

फूल जो बंद है पन्नो में तो
उसको  धूल बना देना
बात छिड़े जो मेरी कहीं
तुम उसको भूल बता देना
लेकिन वो भूल हो वैसी
जिसे बेजार नहीं

लेकिन वो भूल हो वैसी
जिसे बेजार नहीं
तू जो सोये तो मेरी तरह
एक पल भी करार नहीं
माना की हम यार नहीं



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